जब भी हम बम या आई ई डी का नाम सुनते है ज्यादातर इससे एक खौफ और डर पैदा होता है लकिन उसके साथ साथ जन मानस के मन में ये भी सवाल उठता है की ये बम क्या होता है और कैसे काम करता है (What is a bomb and how it works). आज का तो सिक्यूरिटी बातावरण देश के अन्दर या देश के बहार है उसको देखते हुए ये कह सकता है की बम से हम सब डरे लेकिंन इसके बारे हम जाने भी क्योकि अगर इसके बारे में जानेगे तो अगर कभी खुदा ना खस्ता इससे सामान होगया तो अच्छी तरह से अपने आप और या दुसरो की बचाव कर सकते है !
इसलिय आज मै जिस बम के बारे में ब्लॉग कर रहा हु वो है लैटर/बुक बम ! ऐसे तो विकिपीडिया के अनुसार 1st पार्सल बम का घटना 19 जनवरी 1754 में हुवा था !उसके बाद भी पार्सल बम की बहुत से धटनाये हुयी !ये पार्सल /लैटर/बुक बम क्या हिता है :-पार्सल /लैटर/बुक बम एक आर्डिनरी पार्सल/लैटर/या बुक जो की डाक के द्वारा या स्पेशल मेस्संगेर के द्वारा किसी विशेष ब्यक्ति या ऑफिस को निशाना बनाने के लिए किया जाता है ! इसमें बम मैकेनिज्म को ऐसे डिजाईन किया हुवा रथ है की जैसे ही कोई ब्यक्ति इसको खोलता है ये एक्स्प्लोड़े हो जाता है और खोलने वाले को सीरियसली घायल करता है ! ऐसे भी देखा गया है है की बहुत बार इसमें एक्स्प्लोसिवे के जगह केमिकल या जैविक पदार्थ भी इसमें भरा रहता है जो उस पार्सल कोखोलने के संपर्क में आने के कारन बीमार कर देता है ! वर्ष 2001 में anthrax attacks, हुवा था जो की Amerithrax के नाम से जाना गया था इसमें भी भेजने वाले ने एंथ्रेक्स बीमारी को फ़ैलाने वाली बैक्टीरिया को लैटर में भर केअमेरिका के बहुत से मीडिया हाउसेस को भेजा था !
पार्सल/लैटर बम भी और सब बोम्बो की तरह ही सभी तरह की कॉम्पोनेन्ट होते है :
- बारूद : प्लास्टिक एक्स्प्लोसिवे ,LE, सिट एक्स्प्लोसिव!
- Detonator: फ्लैट हेड detonator OD या ED.
- स्विच
- पॉवर सोर्स : बटन सेल , टोर्च सेल थिकनेस 3mm
बम का प्रभाव (Effect of Bomb):
- लो एक्सप्लोसिव – जलाएगा और घायल करेगा
- हाई एक्सप्लोसिव – गंभीर इंजुरी या मौत भी हो सकता है !
- अगर एक्स्प्लोसिवे की तदाद 42 ग्राम है तो सीरियस इंजुरी या मौत हो सकता है
- अगर एक्स्प्लोसिवे की तदाद 84 gram या उससे ज्यादा हुवा तो निश्चित मौत हो !
लैटर बम सोर्स अमेरिकन पोस्टल सर्विस. |
पार्सल या लैटर बम की पहचान : ऐसे तो की भी बम को बिना इक्विपमेंट पहचानना उतना असन नहीं है लेकिंन फिर भी कुछ मनोविज्ञान तरीके और अपने अनुभव के अधर पे एक पार्सल या लैटर बम की पहचान हम निम्न तरीके से कर सकते है !
- आवश्यकता से ज्यादा पोस्टल स्टाप लगा होना !
- स्पेल्लिंग की गलती नाम और पते के अन्दर !
- भिज्नेवाले की पता नहीं लिखा हुवा होना !
- एन्वेलोप के अन्दर छिद्र का होना !
- किसी अंजन व्यक्ति के द्वारा भेजा जाना !
- गोपनीय और अति गोपनीय की अनावश्यक मार्की का होना !
- हाथ से या पुअर हैण्ड व्रित्तिंग में लिखा हुवा होना
- गलत टाइटल का लीखा होना
- तेल का लगा होना या बदरंग एन्वेलोप (OIL STAIN और DISCOLOR)
- ज्यादा वजन या बड़ा आकार का होना !
- रिजिड एन्वेलोप
- लैप साइडेड और UNEVEN एन्वेलोप
- PROTRUDING WIRE/TIN FOIL
- स्मेल करना
ये जो ऊपर बताया गया है ओ पूरी तरह से एक्यूरेट हो ऐसा नहीं कहा जा सकता है लेकिंन ये अनुभव के अनुअर लिस्ट आउट किया हुवा है ऐसे तो सही अनुमान लगाने के लिए एक्स्प्लोसिवे डिटेक्टर या एक्स्प्लोसिवे स्कैनर की जरुरत पड़ेगी.
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