पिछले पोस्ट में हमने 36HE ग्रेनेड का खोलना जोड़ना के बारे में जानकारी हासिल किये इस पोस्ट में हम ग्रेनेड के हमले से बचाव और ग्रेनेड को हाई वायर के साथ फेकने(Grenade se bachaw aur grenade ko high wire ke sath fekne ka tarika) के बारे में जनकारी हासिल करेंगे !
ग्रेनेड फेकने के बारेमे और जानकारी हासिल करने से पहले हम जान ले की हैण्ड ग्रेनेड को हमेशा गोलाई देके फेकना क्यों जरुरी है और हम हाई वायर को ग्रेनेड थ्रोविंग प्रैक्टिस के दौरान क्यों इस्तेमाल करते है !
ग्रेनेड को गोलाई देके क्यों फेकना चाहिए(Grenade ko golai dekar fekna kyo jaruri hota hai) : जैसे की हम जानते है ग्रेनेड एक छोटा बम होता है और उसमे एक बम का पूरा मेकनिज्म रहता है यानि बारूद , सेफ्टी फ्यूज और डिटोनेटर यदि ! ग्रेनेड में दो प्रकार का सेफ्टी फ्यूज लगा होता है राइफल से फेकने वाले ग्रेनेड में 7 सेकंड वाला सेफ्टी फ्यूज लगा होता है और हाथसे फेकने वाला ग्रेनेड में 4 सेकंड का सेफेटी फ्यूज लगा होता है !
Grenade Throwing |
तो हम ग्रेनेड को गोलाई देकर इस लिए फेकते है की ओ जमीन पे गिरने में थोडा ज्यादा समय ले ताकी ओ गिरते ही फट जाए नहीं तो अगर हम सीधे हाथ से फेकेगे तो ओ जल्दी से जमींन पे गिर जागेंग जिसमे संभावना है की जिसक खिलाफ हमने फेका है ओ अगर तेज है तो ओ हमारा ही फेका हुआ ग्रेनेड को उठा कर फिर से हमारे ऊपर ही फेक देगा उससे बचने के लिए हमें ग्रेनेड को हमेशा गोलाई दे कर फेकते है !
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हाई वायर का इस्तेमाल क्यों करते है(Grenade throwing ke practice me high wire ka istemal kyo karte hai) : ग्रेनेड थ्रोविंग प्रैक्टिस में हम हाई वायर का इस्तेमाल इसलिए करते है की हाई वायर का जो उचाई होती है उस उचाई के दुसरे साइड हम ग्रेनेड को तभी फेक सकते है जब एक अच्छी गोलाई बना के फेंकी है नहीं तो ग्रेनेड हाई वायर के उस पर नहीं जायेगा जिससे ये पता चल जायेगा की हमारा ग्रेनेड फेकने का तरीका दरुस्त नहीं है और हमे और प्रैक्टिस की जरुरत है
अगर हम गोलाई ले के ग्रेड फेकते है तो ग्रेनेड फेकने वाले का हाथ से छूटने और जमीन पे ग्रेनेड गिरने में तक़रीबन 2.5 से 3 सेकंड लेता है और ज़मीन पे गिरने का बाद तत्काल फट जाताहै जिसमे ऐसी कोई खतरा नहीं रहता है की दुश्मन फेके हुए ग्रेनेड को हमारे ओर फेक सकता हो या दुश्मन को बचाव करने का समय नहीं मिलता है !
इसलिए हाई वायर को इस्तेमाल करते है ग्रेनेड फेकने में की एक जवान को ये आदत में सामिल हो जाये की ग्रेनेड को अगर फेकना हो तो ओ हमेश उचित गोलाई देके फेके !
राइफल से फेकने वाले ग्रेनेड में 7 सेकंड वाला फ्यूज क्यों लगा होता है(Rifle se fekne wale grenade me 7 second wala fuze kyo laga hota hai ) ?: जब हम ग्रेनेड को राइफल से फेकते है तो ओ एक बड़ा गोलाई लेके दूर गिरता है इसलिए उसे जमीन पे गिरने में 4 सेकंड से ज्यादा समय लगता है अगर हम 4 सेकंड का फ्यूज लगायेंगे तो ग्रेनेड हवा में ही फट जायेगा और दुश्मन को ज्यादा नुकशान नहीं हो सकता है इसलिए राइफल से फायरकरते समय 7 सेकंड का फ्यूज लगा के ग्रेनेड फेकते है !
जबकि हाथ से हम फेकते है गोलाई भी छोटी होती है और ग्रेनेड भी जल्दी गिर जाता है इसलिए हम हाथ से फेकते समय ग्रेनेड में 4 सेकंड का फ्यूज लगा के फेकते है ! लेकिन कभी कभी जैसे की दुश्मन अगर किसी उची जगह पे बैठा हो या पेड़ के ऊपर हो इस हालत में हमें ग्रेनेड को हवा में ही फोड़ना पड़ता है उस समय हम राइफल ग्रेनेड में भी 4 सेकंड का फ्यूज वाला ग्रेनेड फेकते है !
हाई वायर की स्पेसिफिकेशन(grenade High wire practice ka specification) : हैण्ड ग्रेनेड को उचाई देकर फेकने का अभ्यास करने के लिए हाई वायर का इस्तेमाल करते है ! हाई वायर ज़मीन से 18 फीट ऊँची होनी चाहिए और इसमें तो नेट बंधा रहता है उसकी चौड़ाई 3 फीट होती है और नेट का नीचल सिरा ज़मीन से 15 फीट उन्चा होता है!
हाई वायर के आगे 10 गज पे एक मोर्चा बनी होना चाहिए और हाई वायर के पीछे 15 और 25 गज पर थ्रोविंग लाइन बना होना चैहिये इस लाइन के पीछे से ग्रेनेड फेकने की अभ्यास किया जाय ! इसके प्रैक्टिस के दौरान ये भी प्रैक्टिस दी जाती है की जवान ग्रेनेड फेककर सही तरह से जमीन पकड बना सके ताकि रियल टाइम में ऐसा हो तो ओ ग्रेनेड के फटने के बाद अपना सुरक्षा भी रखे !
ग्रेनेड के हमले से बचाव(Grenade ke hamle se bachaw ka tarika) :
- ग्रेनेड हमाल से बचाव का बहुत कम समय होता है अगर आप में ओ तेजी है की जैसे ग्रेनेड आप के पास फेका गया और आप जानते है की इसके फटने के लिए 4 सेकंड चाहिए उस 4 सेकंड से पहले आपने ग्रेनेड को उठाके के दूर फेक दिए तो एक तरह से आप बच सकते है !
- दूसरा तरीका है की नजदीक का कोई आड़ हो उसके पीछे छुप सकते है तो छुप जना चाहिये जहा की ग्रेनेड का स्प्लिन्टर आप को डायरेक्ट हिट न कर सके !
- तीसरा तरीका है अगर आप के पास समय नहीं है की ऊपर बताये गए किसी तरीका को अपना सके तो आप जितनी जल्दी हो सके सर निचे कर के और दोनों हाथ से अपना सर छुपाये हुए ज़मीन पे लेट जाये इससे भी आप को काफी हद तक बचाव हो सकता है क्यों की ऐसा माना जाता है की ग्रेनेड का जो स्प्लिन्टर है ओ फटने की जगह से जब चलते है तो ओ करीब ज़मीन से दो से ढाई फीट ऊपर से एक कोण बनाते हुए ऊपर चले जाते है इसलिए अगर समय पे जमीन पे लेट लिया जाय तो ग्रेनेड हमला के असर से बचा जा सकता है और ग्रेनेड के स्प्लिन्टर आप के ऊपर से निकल जायेंगे !
- गाड़ी के ऊपर नेट इसीलिए लगाया जाता है की कोई ग्रेनेड को गाड़ी में बैठ हुए जवान पे न फेक सके !
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ग्रेनेड हमला से बचाव मूल्य 10 / रु केवल
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