आर्म्ड पुलिस को भिन्न भिन्न प्रकार के ड्यूटी करनी पड़ती है बहुत बार बहुत ही कम समय में एक जगह से दुसरे जगह ड्यूटी के लिए जाना पड़ता है ! और उस दौरान ड्यूटी भी ऐसी जगह पे होती है की जहा रहने के लिए कोई शेल्टर नहीं होता है और वैसी जगहों पे हमे टेंट की जरुरत पड़ती है !
जरुर पढ़े: फील्ड फोर्टीफिकेसान ,उसके प्रकार और ध्यान में रखनेवाली मुख्या बाते
फ़ोर्स के अन्दर निम्न प्रकार के टेंट का इस्तेमाल किया जाता है और उन टेंटो के नाम तथा उनके साथ आने वाले समग्रिः इस प्रकार है :
1. स्विस कॉटेज टेंट(Swiss Cottage Tent) : यह टेंट उच्च अधिकारिओ के इस्तेमाल में लाया जाता है ! इसमें उच्च अधिकारी के इस्तेमाल लाया जाता है इसलिए इसे वी आई पी टेंट(VIP Tent) भी कहते है !
वी आई पी टेंट की खूबिया(VIP Tent ki khubia) : इसमें सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराइ जा सकती है ! इसके अन्दर की तरफ घेरा होता है ! अन्दर की और से चार बड़े बड़े भागो में बात दिया जाता है जबकि बहार से एक ही दिखाई देता है ! इस में चार रूम होता है ! एक बाथ रूम और उसके अलावा बैठने के लिए भी अलग अलग स्थान होता है ! इसमें 8 दरवाजे होते है ! इनमे से सबसे बड़ा दरवाजा अन्दर और बहार जाने के काम आता है ! मुख्य कक्ष के कनातो पे तरह तरह के फुलदार चित्र बने होते है !
वी आई पी टेंट के साथ आनेवाले सामान (VIP Tent ke sath aanewale saman):इस टेंट को लगाने के लिए 20 x 15 गज जमीन की आवश्कता पड़ती है और टेंट लगाने के लिए निम्न सामान साथ आता है :
Swiss Cottage Tent |
- आउटर फ्लाई -01
- इनर फ्लाई -01
- स्टैंडिंग पोल -2
- रिज पोल -1
- दरी -1
- चिक्क-1
- पिकेट -60
- कनात इनर -2
- कनात आउटर-2
- लकड़ी का हथौड़ा -2
- नोट:टेंट को लगाने के लिए 10 से 12 जवानों की जरुरत पड़ती है !
जरुर पढ़े: लैटर बम को पहचानने का तरीका
Store Tent |
- आउटर फ्लाई -1
- इनर फ्लाई -1
- स्टैंडिंग पोल -4
- रिज पोल -3
- पिकेट -80
- नोट : इस टेंट को लगाने के लिए कुल 80 रस्से होते है जिनको बढ़ना पड़ता है और इस टेंट को लगाने के लिए 10 जवान की जरुरत पड़ती है !
EPIP Tent |
- आउटर फ्लाई -1
- इनर फ्लाई -1
- सेण्टर पोल -1
- कनात-4
- पिकेट-40
- उप-राईट पोल -28
- ट्रेक हेड नेट – 1
- लकड़ी का हथौड़ा -1
- इस टेंट के चारो तरफ 20 रस्से होते है और इसको लगाने के लिए 1-6 की पार्टी होती है !
EPIP-2 Tent |
- आउटर फ्लाई -1
- इनर फ्लाई -1
- स्टैंडिंग पोल -2
- रिज पोल -1
- पिकेट -60
- कनात -4
- उप राईट पोल -28
- ट्रैक हेड नट -2
- लकड़ी का हथौड़ा -2
- इस टेंट को लगाने के लिए भी 1-6 की पार्टी होती है
180 Pound Tent |
- आउटर फ्लाई -1
- इनर फ्लाई -1
- स्टैंडिंग पोल -3
- रिज पोल-2पिकेट-22
- स्क्रीन -2
- पिन ईरान -10
- इस टेंट को लगाने के लिए 8 8 गज लम्बी और 6 गज चौड़ी जमीन की आवश्कता पड़ती है इस टेंट को लगाने के लिए 1-4 की पार्टी होती है !
40 Pound Tent |
- आउटर फ्लाई -1
- इनर फ्लाई -1
- स्टैंडिंग पोल-2
- रिज पोल -1
- पिकेट-14
7. लैट्रिन टेंट(latrine Tent) : यह अपने तरह का अलग अलग प्रकार का टेंट होता है जिसमे कोई पोल नहीं होता है ! इसके ऊपर 1 छत नुमा छतरी होती हैऊ ! इसको लगते समय सबसे पहले रूफ हैण्ड को खोला जाता है उसके बाद उसकी रस्सियो को चारो तरफ फैलाकर बांध दिया जाता है और कनात के उपार रिज पोल के सहारे छतरी को तान दिया जाता है इसको इस्तेमाल में लेन के लिए इसके अन्दर कमोड रखा जाता है !
Latrine Tent |
जरुर पढ़े: जमीनी निशान ब्यान करने का तरीका
8. स्क्रीन टेंट(Screen tent) : यह टेंट जवानों के इस्तेमाल इस्तेमाल के लिए होता है यह टेंट आमतौर पर ऐसे स्थान पर लगाया जाता है जहा पर जवानों को लैट्रिन जाने के लिए सुविधा न हो ! इस टेंट का कनात ईपिआइपि टेंट के कनात से छोटे होते है !यह ऊपर से बिलकुल खुला होता है ! इसके आगे वाली कनात में दरवाजा होता है ! एक लेत्रिने से दूसरी लेट्रिन के बीच पर्दा होता है लेकिन पीछे की दिवार में कोई खिड़की या दरवाजा नहीं होता है ! यह टेंट जमींन पर खुदी हुई लैट्रिन पर लगाया जाता है !
- कनात जरुरत के मुताबिक
- पिकेट जरुरत के मुताबिक
- लैट्रिन सिट जरुरत के मुताबिक
विशेषकर आप के लिए :
- फिल्डक्राफ्ट और उसके फायदे
- फासले का अनुमान लगाना और अनुमान लगाने का तरीका
- चीजे क्यों दिखाई देती है टारगेट को कैसे बयान करते है ?
- कामोफ्लाज और कांसिल्मेंट तथा फायर कण्ट्रोल आर्डर की जानकारी
- कमोफ्लाज के सिद्धांत , और कामोफ्लाज करने का तरीका
- कोसिल्मेंट क्या है और उसका तरतीब
- स्टाकिंग क्या है ? और स्टाकिंग के फायदे तथा और जाननेवाली बाते !
- आवाज़ तथा बेअरिंग के मेथड से फासले का अनुमान लगाने का तरीका