ऐसे तो स्निपिंग राइफल का इस्तेमाल अमेरिकन सिविल वार 1776 से ही हेवी कैलिबर स्निपिंग राइफल के साथ सुरु होगया था ! यह आमतौर पर .50 से .58 इंच कैलिबर तक हुवा करती थी ! उन राइफल्स का बैरल लम्बा तथा वजन ज्यादा होने के कारन ज्यादा दिनों तक चला नहीं सकते !
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हथियार में सुधर के साथ साथ बड़ी कैलिबर की गन को निकाल दिया गया और बदले में छोटे कैलिबर की राइफल को इस्तेमाल में ली गई !इस छोटी क्लिबेर की राइफल में सेमी आटोमेटिक और बोल्ट एक्शन दोनों तरह के राइफल शामिल है !
एक अच्छी स्निपिंग राइफल में निम्न खुबिया होनी चाहिए! इन खुबिओ को हम LAWTEAM के शब्द से भी याद कर रखा जा सकता है जैसे;
1. Lethality (मरने की क्षमता )
2. Accuracy(स्टिक निशाना )
3. Weight (वजन)
4. Telescopic sight (टेलीस्कोपिक साईट )
5. Effective range(कारगर रेंज )
6. Ammunition (अम्मुनिसन )
7. Muzzle velocity (मजल वेलोसिटी )
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इन खुबिओ को हासिल करने के लिए निम्न करवाई की जाती है
1. जान लेने की क्षमता (lethality) :हथियार की जान मरने की क्षमता बढ़ाने के लिए चंद इन बातो पे ध्यान रखा जाता है ! जैसे
- ऐसा अमुनिसन इस्तेमाल किया जाए जिसका बुलेट नर्म हो ! ऐसा बुलेट जब टकराता है तब टूट कर टुकरे टुकरे हो जाता है और शारीर को ज्यादा नुकशान पहुचता है !
- किसी किसी देशो में बुलेट के ऊपर जहर लगा दिया गया होता है जिस के कारन बुलेट लगते ही आदमी मर जाता है !
2. सही हिट करने की कबिलियात (accurecy):राइफल की मार में सटीकता लाने के लिए कुछ निम्न बाते किया जाता है :
- बैरल की लम्बाई को आम बैरल से लम्बा रखा जाता है !
- कुछ हद तक बुलेट का वजन कम किया जाता है जिससे की बुलेट का फैलाव को कम किया जा सके !
3. वजन (weight): राइफल का वजन जितना कम होगा उतना ही उसे लेन ले जाने में आसानी होगी ! इस काम के लिए राइफल में लकड़ी या लोहे के पुर्जे की जगह सिंथेटिक फाइबर ग्लास या प्लास्टिक जैसे चीजो का इस्तेमाल कियाजाता है !
लेकिंग इस बाट पे ध्यान रखना चाहिए की वजन घटाने से कही राइफल की मजबूती और बैरल पार असर नहीं पड़ना चाहिए ! इस से स्थिरता पर असर पड़ेगा !
4. टेलीस्कोपिक साईट (Telescopic sight): जरुरी है की स्नाइपर राइफल में इस्तेमाल होए वाली टेलीस्कोपिक साईट उच्चे दर्जे की हो ! इसका मग्निफीकैसन उच्चे दर्जे की हो ! इसका मग्निफीकैसन और रेंज जितना ज्यादा होगा राइफल उतना ही कामयाब होगी !
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5. कारगर रेंज (Effective Range):कारगर रेंज बढ़ने के लिए राउंड की अप्चुरेसं कि करवाई दुरुस्त होनी चाहिए !इस काम के लिए बुलेट का का डैयमीटर बैरल के कैलिबर से थोडा ज्यादा होना चाहिए !
बुलेट के पिछले हिस्से को सरल और कारगर बनाया जाय !बुलेट के ऊपर स्ट्रीम लाइनिंग होने से जिससे बसे के ऊपर गैस का दबाव बराबर नहीं पड़ता है इससे बुलेट का अक्सिक्स और त्रजेक्टोरी की कोण कम होती है और बुलेट कम दुरी तय करता है जिससे कारगर रेंज कम हो जाता है !
6. अमुनिसन (Ammuniation): स्निपिंग राइफल में इस्तेमाल हने वाला अमुनिसन उचे दर्जे का होने चाहिए ! क्यों की लम्बे रेंज में कामयाबी के लिए अम्मुनिसं में किसी प्रकार की कमी नहीं होना चाहिए !
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7. मजल वेलोसिटी (muzzle velocity): मजल वेलोसिटी को बढ़ने के लिए अमुनिसन में इस्तेमाल होने वाली बारूद में नाइत्रोसेलुलोस और नाइत्रो ग्लिसरीन का इस्तेमाल किया जाता है !
इस प्रकार से हम आने की स्नाइपर रिफ्ल के अन्दर क्या क्या खूबिय होनी चाहिए और उन खुबिओ के कैसे हासिल किया जाता है !उम्मीद है की पोस्ट पसंद आएगा ! अगर ब्लॉग या पोस्ट से सम्बंधित कोई सुझाव हो तो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे ! इस ब्लॉग को सब्सक्राइब या फेसबुक पेज को लाइक करके हमलोगों को प्रोतोसाहित करे !
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