पिछले ब्लॉग पोस्ट में हमने कोनिकल हिल और उसे मैप पे कैसा दिखया जाता है उसके बारे में जानकारी प्राप्त की और अब आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम टोपोग्राफिकल फॉर्म के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे और आज जिन टोपोग्राफिकल फॉर्म के बारे में इस ब्लॉग पोस्ट में हम जानकारी प्राप्त करेंगे को निम्नलिखित है
- रिज किसे कहते हैं और मैप पर कैसे उसे कैसे दिखते है(What is ridge ) ?
- स्पर पर किसे कहते हैं और मैप पर कैसे उसे कैसे दिखते है ?(What is spur )
- रीएंट्रेंट किसे कहते हैं और मैप पर कैसे उसे कैसे दिखते है ? (What is re -entrant )
- बेसिन किसे कहते हैं औऔर मैप पर कैसे उसे कैसे दिखते है ?(What is Basin )
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ऊपर बताए गए चार टोपोग्राफिकल फॉर्म के बारे में हम डिटेल से इस ब्लॉग पोस्ट में जानकारी प्राप्त करेंगे:
1 . रिज किसे कहते हैं और उसे मैप पर कैसे दिखाया जाता है:- किसी ऊंचे पहाड़ी का सिकुड़ा हुआ लंबाई और लगभग समान ऊंचाई वाली पर्वतीय पहाड़ी की श्रेणी को रीच कहते हैं !जहां दोनों ओर को उस पहाड़ी की ढलान शुरू हो जाता है। रिच को दिखाने वाली कंटूर लाइन लंबाई और क्रम से होती है !
यानी दूसरे शब्दों में कहें तो वह उस सिकुड़ी हुई पहाड़ी जिसकी लंबाई लगभग समान हो और उसकी ढलान दोनों तरफ शुरू हो एक समान तो उस पहाड़ी को जो ढलान है उसको हम रिज कहते हैं उसे मैप पर निम्न लिखित तरीके से दिखाया जाता है!
Ridge |
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2. स्पर किसे कहते हैं और उसे मैप पर कैसे दिखाया जाता है: जिस प्रकार से हमारे शरीर से बाहे नीचे की ओर निकलती है उसी प्रकार से पहाड़ी इलाकों में पहाड़ का कुछ भाग नीचे मैदान की ओर बढ़ता चला जाता है। पहाड़ का वह भाग जो बाजू की तरह जमीन के साथ निकला हुआ चला जाता है उसे स्पर या पर्वत स्कंध कहते हैं!स्पर की कंटूर V आकार की होती है और V की नोक मैदान की ओर रहती है। स्पर को मैप पर कंटूर की सहायता से निम्न प्रकार से दिखाएं जाता है!
3. रीएंट्रेंट किसे कहते हैं और उसे मैप पर कैसे दिखाया जाता है: दो पर्वत स्कंध या स्पर के बीच दबे हुए भाग को रीएंट्रेंट कहते हैं! इसका मोड पहाड़ी की ऊंचाई की ओर कम होता चला जाता है! रीएंट्रेंट से आमतौर पर नाले निकलते हैं। इसे कंटूर के सहायता से मैप के ऊपर निम्न प्रकार से दिखाया जाता है।
Re -Entrant |
4. बेसिन किसे कहते हैं और उसे मैप पर कैसे दिखाया जाता है: बेसिन का दो मतलब होता है:
- पहाड़ों से घिरे हुए उस भाग को बेसिन कहते हैं जो समतल या लगभग समतल होता है।
- नदिया नदी की सीखा सिखाओ द्वारा जिस इलाके की सिंचाई होती है उसे नदी का बेसिंग कहते हैं।
इस प्रकार से टोपोग्राफिकल फॉर्म पार्ट- 2 का एक छोटा सा ब्लॉक पोस्ट यहां समाप्त हुआ। उम्मीद है कि यह पोस्ट आपको पसंद आएगा अगर यह पोस्ट पसंद आए तो हमारे पोस्ट को लाइक शेयर और सब्सक्राइब करें!और कोई सुझाव होतो निचे के कमेंट कर के जरूर बताये !इस ब्लॉग को सब्सक्राइब और फेसबुक पर लाइक करें और हम लोगों को और अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करें।
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