फायर फाइटिंग के टेक्निकल टर्म्स फ़्लैश पॉइंट और फायर पॉइंट

 हमने पिछले ब्लॉग पोस्ट में फायर फाइटिंग से सम्बंधित कुछ टेक्निकल टर्म्स के बारे आलरेडी जानकारी प्राप्त कर ली है और अब उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए कुछ और फायर फाइटिंग से सम्बंधित  कुछ और टेक्निकल टर्म्स है उनके बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे !

1. इग्निशन टेम्परेचर (Ignition Temperature)

(a) फ़्लैश पॉइंट (Flash Point): फ़्लैश पॉइंट वह निम्नतम तापमान है जिसके ऊपर कोई पदार्थ इतना ज्वलनशील वाष्प पैदा करता है की उसके ऊपर एक छोटी सी भी फ्लेम दिखने पर फ़्लैश पैदा होता है ! कुछ हाइड्रो कार्बन liquid का फ़्लैश पॉइंट निम्न होते है !(Flashpoint is the lowest temperature at which a substance will give sufficient inflammable vapors to produce a momentary flash on the application of a small flame. The flashpoints of some of the commonly used liquid hydrocarbon fuels are given below

  • Petrol(Gasoline)                (-) 45 degree Celsius
  • Kerosene                            38 to 47 degrees Celsius
  • Butane(LPG)                    (-) 60 degree celsius
  • Fuel oil(Heavy Oils)        100 to 190 degrees celsius
  • Natural gas                        5.3 to 15 degrees celsius 

(b).फायर पॉइंट  (Fire point):यह वह निम्नतम तापमान है जिसके ऊपर एक ज्वलनशीलपदार्थ इतनी मात्र में वेपर उत्पन्न करता है जिससे की उस ज्वलनशील पदार्थ में दहन की प्रक्रिया जरी रह सके !(It is the lowest temperature at which the heat from the combustion of a burning substance is capable of producing sufficient vapors to enable combustion to continue.)

(c)तात्क्षणिक इग्निशन तापमान (Spontaneous Ignition Temperature ) यह वह न्यूनतम ताप मान है जिसके हासिल होते ही कोई पदार्थ आपने आप तात्क्षणिक जल उठता है ! उस पदार्थ को जलने के लिए कोई बहार फ्लेम या इग्निशन की जरुरत नहीं पड़ती है !कुछ हाइड्रो कार्बन इग्कानिशन तापमान निम्न होते है (The lowest temperature which the substance will ignite spontaneously that is the substance will burn without the introduction of flame or other ignition source. Ignition temprature of some of the common hydrocarbon fuels are given below):

  • Petrol                     246 to 257 degree celsius
  • Kerosene                 254 to 260 degree celsius
  • Diesel                     271 degree celcius
  • Butane                    430 Degree Celsius
  • Natural Gas            538 Degree Celsius(approx)

2.ज्वलनशील  (Flammable):ज्वलनशील उस मटेरियल को कहते है ज्वलनशील गैस पैदा करती है ( A term applied to materials which produce gases which can burn).

3. ज्वलनशीलता रेंज (Flammability Range): किसी ज्वलनशील पदार्थ की ज्वलनशीलता का  लोअर और उप्पेर लिमिट होता है ( It is the difference between the lower and upper flammability limit.)

4. ताप (Heat): यह उर्जा का वह अवस्था है जो की  पदार्ताथ की तापमान को बढ़ता है यह फायर के दौरान त्वरित ऑक्सीकरण के कारन होता है ! ताप को मापने के लिए निम्न इकाई है : That condition of energy which cause the rise is temperature of a material, in a fire, it is one result of rapid oxidation. It is a concentrated form of energy. Unit of measurement of heat contents are:

  • Calorie
  • Kilo- calorie
  • Joule
  • Kilo-joule 
5.तापमान (Temperature):किसी पदार्थ के ऊष्मा को इंगित करने के लिए तापमान का इस्तेमाल होता है यह उस बॉडी का ताप (heat)को नहीं दर्शाता ! तापमान को नापने के लिए जो कुछ इकाई इस्तेमाल की जाती है वह इस प्रकार से है 🙁 it is a measure of hotness of body, not the amount of heat in it. Common scales for measuring tempareture are:)
  • Centrigrade(C)
  • Fahrenheit(F)
  • Absolute or Kelvin(K)
conversion(बदलना )
  • C= 5/9(F-32)
  • F= 9/5(C+32)
  • K=C+273
6. क्रांतिक ताप (Critical Temperature):वह तापमान जिसपे दबाव बढ़ाने पर कोई गैस दर्व्य में परिवर्तित होने लगता है ! (The gas or vapor can only be liquidized up to a certain maxim temperature(i.e Critical temperature) of gas/vapor by increasing pressure. it is the temperature vapor of gas above which the matter/substance will remain in gaseous phase and it will be impossible to convert it into liquid even though a very high pressure has been applied on it )

7 क्रांतिक दबाव (Critical pressure):क्रांतिक बिन्दु पर गैस के संघनन के लिए अपेक्षित दाब। इसके ऊपर गैस द्रव में नहीं परिवर्तित हो सकती, भले ही दाब कुछ भी हो। (it is the pressure that must be applied to a gas/vapor at a temperature at its critical temperature in order to liquefy the gas /vapor.)
इससे आगे के आग से सम्बंधित टेक्निकल टर्म्स का डेफिनिशन अगले ब्लॉग पोसते में जानेगे !  उम्मीद है की यह ब्लॉग पोस्ट आपलोगों को पसंद आएगा !इस ब्लॉग को सब्सक्राइब या फेसबुक पेज को लाइक करके हमलोगों को प्रोतोसाहित करे! 
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