पिछले ब्लॉग पोस्ट में हमने मार्क्स मैंन फायरिंग के आसन तरीके के बारे में जानकारी प्राप्त की और अब इस ब्लॉग पोस्ट में हम 7.62 mm एल एम् जी के ज़ेरोइंग करने के आसन तरीके के बारे में जानकारी प्राप्त कर्रेंगे !
इस पोस्ट को समझने के लिए आसन बनाने के उद्देश्य से इसे निम्न भागो में बाँट दिया गया है :
1. परिचय(Introduction of LMG Zeroing) किसी भी हथियार से दुरुस्त नतीजा हासिल करने के लिए इसे जीरो करना जरूरी है ताकि इस बात का यकीन हो जाए कि ऊपर नीचे दाहिने बाएं की मार हथियार के साईट के अनुसार दुरुस्त है। राइफल और एलएमजी की जीरोइंग में खास अंतर नहीं है शिवाय की राइफल जवानों का जातीय हथियार है और वह स्वयं फायर करके जीरो करता है जबकि एलएमजी सेक्शन का हथियार है इसीलिए सभी जवानों को उनकी मर्जी के मुताबिक जीरो करना मुमकिन नहीं है। जहां तक संभव हो एलएमजी नंबर एक से ही जीरो करवाया जाए या अच्छे फायरर उस्ताद से जीरो कराना चाहिए। बाकी सभी चेक ग्रुप फायर करके अपने ग्रुप की एमपीआई मालूम कर सकते हैं।
2. जीरो का मतलब( Meaning of LMG Zeroing): एल एम् जी में ऊपर नीचे दाहिने बाएं की गलतियों को दूर करने के लिए साइटों के साथ जो कार्रवाई की जाती है उसे जीरो कहते हैं।
3.जीरोइंग के फायदे(LMG Zeroing Benefits): एलएमजी को जीरो करके ही फायर करना चाहिए इसके निम्न पायदे हैं।
- फायर को अपने हथियार पर भरोसा हो जाता है।
- एक गोली एक दुश्मन का मुद्दा हासिल होता है।
- अमुनेशन की बचत होती है।
- क्लासिफिकेशन फायर का अच्छा नतीजा मिलता है।
- किसी भी प्रकार की प्रतियोगिता में बेहतर नतीजा मिलता है।
4. ज़ेरोइंग के मौके(Occasion for LMG Zeroing): जब कभी भी एलएमजी की दुरुस्ती पर शक हो जाए तो उसे जीरो कर लेना चाहिए। इसके अलावा कुछ मौके ऐसे होते हैं जब एलएमजी को जीरो करके ही प्रयोग में लाना चाहिए।
- जब एलएमजी ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से नई आई हो।
- एक जवान से दूसरे जवान को दी गई हो।
- सालाना फायरिंग से पहले।
- लड़ाई में जाने से पहले।
- किसी भी प्रकार की मरम्मत के बाद।
- हाई एल्टीट्यूड में जाने के बाद और आने के बाद।
5. जीरोइंग से पहले ध्यान में रखने वाली बातें(Before Zeroing points to be kept in mind) : एलएमजी को जीरोइंग करने से पहले कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए जो इस प्रकार है:
- तालमेल: कोट में काफी देर रखने के कारण वहां रोज के प्रयोग से एलएमजी को तालमेल बिगड़ जाता है अतः जीरोइंग से पहले अर्मेर से तालमेल ठीक करा लिया जाए।
- मौसम: खराब मौसम का जीरोइन पर बहुत असर पड़ता है तेज धूप वर्षा कम रोशनी आदि अतः जीरोइन के समय मौसम साफ और रोशनी ठीक हो।
- अमिनेशन: अमिनेशन एक ही लौट का प्रयोग में लाया जाए तथा फायर करने से पहले उसे साफ कर लिया जाए।
- टारगेट: टारगेट 25 यार्ड से जीरोइंग के लिए 1x 1 टारगेट ऐमिंग मार्ग के साथ व 100 गज से जीरो इनके लिए 4 x 4 टारगेट में 4.3 x 3 फीट का वांग ऐमिंग मार्ग के साथ खींचा हुआ हो।
6. जीरोइंग करते वक्त ध्यान में रखने वाली बातें (While Zeroing points to be kept in mind) :
- दोनों बैरल को जीरो किया जाए तथा दोनों का रिजल्ट एक जैसा हो।
- एलएमजी को जीरो करने के बाद सेक्शन के सभी जवानों से ग्रुप इन फायर करवाकर मास्टर ग्रुप के साथ चेक कर लेना चाहिए।
- एलएमजी जीरो कर लेने के बाद इसका रिकॉर्ड कंपनी में रखना चाहिए।
- एलएमजी की लाइन ऑफ साइट 1 इंच बाय तथा इसकी एमपीआई 1 इंच दाहिने बनती है इसकी को कभी भी सेंटर में लाने की कोशिश नहीं की जाए।
- फायरिंग से पहले उसकी दोनों बैरल को खुश्क कर लिया जाए और ब्रिज ब्लॉक का पिस्टन की निचली सतह पर हल्का तेल लगा दिया जाए।
- जहां तक संभव हो 100 गज से ही जीरो किया जाए।
- जीरो करने से पहले दोनों बैरल से 10-10 ऑटोमेटिक फायर करके बैरल गर्म कर लिया जाए।
7. जीरोइंग के बाद की कार्रवाई(Action after zeroing) :
- जीरोइंग के बाद एक चेक फायर किया जाए।
- जीरोइंग के बाद फोर साइट को पंच कर दिया जाए।
8. 7.62 एमएम लाइट मशीन गन बी को जीरो करना
ज़ेरोइंग टूल्स (Tools for zeroing)
- स्क्रुड्राइवर
- ड्रिफ्ट
- स्क्राइबर
- हैमर
- ब्लेड फॉर साइट
9. जीरोइंग का तरीका(Method of LMG Zeroing)
ऊपर नीचे की गलती को दूर करना(Up and Down Correction):
- फायर से पहले बैरल को गर्म करने के लिए 10 राउंड भरकर ब्रस्ट फायर किया जाए।
- रेगुलेटर को 3 पर सेट रखें।
- बाद में 5 गोलियों फायर कर करें अगर ग्रुप की एमपीआई सही जगह पर है तो एलएमजी जीरो है।
- अगर नहीं है तो सबसे पहले ऊपर नीचे की गलती को दूर करें।
- एलएमजी में ऊपर नीचे की कुल गलती 28 डिग्री तक दूर की जाती है।
- एक एलएमजी के साथ कुल 8 फोर साईट ब्लेड आते हैं। सात रिजर्व और एक एलएमजी पर चढ़ा हुआ रहता है। ब्लड निम्न नंबर के होते हैं
- .25 ” या 6.26 mm
- .28 ” या 7.11 mm
- .31″ या 7.87 mm
- .34″ या 8.65 mm
- .37″ या 9.40 mm
- .40′ या 10.16 mm
- .43″ या 10.90 mm
- .46″ या 11.68 mm
- एलएमजी में एक ब्लड फोरसाइट बदली करने पर 4 इंच का टारगेट पर ऊपर नीचे का फर्क पड़ेगा।
- एक ब्लेड से दूसरे ब्लेड के बीच का अंतर दाहिने बाएं दशमलव जीरो 3 इंच होता है।
- प्रोटेक्टर फोर साईट की चौड़ाई -.556″ या 14.12 mm
- ब्लेड फोर साईट की चौड़ाई .396″ या 10.06mm
- प्रोटेक्टर और ब्लेड के बीच हरकत की जगह = .08″ या 2.03 mm तथा .040 बाए और इतना ही दाहिने होता है !
- कुल करेक्शन दाहिने बाए का – 080 ” दे सकते है
10. अगर गोली 4 इंच ऊपर लगती है तो स्क्रू ड्राइवर की मदद से प्रोटेक्टर को खोलें। ब्लेड के नंबर को चेक करें अगर ब्लेड .25″ का लगा हो तो ब्लेड को ड्रिफ्ट और हैमर की मदद से बाहर निकालो। एक बड़े नंबर की ब्लेड को लगाएं। अगर ब्लेड .37″ का लगी है तो .40″ का लगाएं टारगेट पर कुल 4 इंच ऊपर की गलती दूर होगी।
11 .इसी प्रकार से नीचे 4 इंच गोली लगने पर डाउन नंबर की ब्लेड लगाएं यानी .31″ ब्लेड लगी हो तो .28″ ब्लेड को लगाएं नीचे की 4 इंच की गलती दूर होगी।
12. इस तरह से हम 7 ब्लेड बदली करते हैं तो पर ब्लेड 4 इंच का करेक्शन यानी 7 x 4 = 28 इंच तक का करेक्लेशन सकते हैं।
13.दाहिने बाएं की गलती सुधारने का तरीका(Left and Right Correction):
- एलएमजी में दाहिने बाएं की गलती 16 इंच तक दूर कर सकते हैं यानी बेड को हम .040 इंच दाहिने और .040 इंच तक बाए खीसका सकते हैं। इससे ज्यादा हम बेड का नहीं खींचते। इसका मतलब मध्य से 8 इंच दाहिने और 8 इंच बाय का टारगेट पर करेक्शन दे सकते हैं।
- अगर गोली सिस्ट की जगह से 4 इंच दाहिने लगे तो बेड को दाहिने खिसकाना पड़ेगा! गलती की तरफ भागो. करेक्शन के लिए 20 ठो स्क्रिबेर से बेड के दाहिने निशान लगायें और बेड को 20 ठो के निशान पर मिलाने तक खिसकाए . टारगेट पर 4″ का करेक्शन होगा ! अगर 8 ” दाए लगी हो तो 20 ठो के स्क्रिबर से दो निशान बेड के दाए लगाये और बेड को दाए खिसकाएँ ! टारगेट पर 8″ का करेक्शन मिलेगा
- येही करवाई गोली बाए लगने पर बाए ओर की जाए !
Range |
Sight |
Target |
No of blade foresight |
Upar niche ek foresight badly karne par |
MPI ki jagah |
Group ki size |
Daye Baye ka fark |
25 yard |
200 yard |
4’ x 4’ |
(8) .25” se .46” |
|
1” dahine 1/2 “ upar |
1 ½” x 1 ½ “ |
|
100 yard |
200 yard |
4’ x 4’ |
(8) .25” se .46” |
|
1” dahine 2” upar |
1 ½” x 1 ½ “ |
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Zeroing Slip 7.62
mm LMG 1B
Regiment No |
Butt No |
firer |
Sight me chakkar |
Group ka size |
MPI |
Correctiom |
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Upar niche |
Dahine baaye |
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Upar/niche Dahine/Baye |
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Upar/niche Dahine/Baye |
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Upar/niche Dahine/Baye |
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Upar/niche Dahine/Baye |
इसके साथ ही एलएमजी को ज़ेरोइंग की आसान तरीके से सम्बंधित ब्लॉग पोस्ट समाप्त हुई ! उम्मीद है की आपलोगों के ए पोस्ट पसंद आएगी !इस ब्लॉग को सब्सक्राइब या फेसबुक पेज को लाइक करके हमलोगों को प्रोतोसाहित करे!
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