5 मुख्य बाते 81 mm मोर्टार के फायर कण्ट्रोल से सम्बंधित ?

 पिछले पोस्ट में हमने 81 mm मोर्टार के 10 बेसिक  जानकारी के बारे  में बाते किये थे ! इस पोस्ट में हम यह जानेगे की 5 मुख्य बाते कौन कौन से है 81 mm मोर्टार को फायर कण्ट्रोल के सम्बन्ध में 



जैसे की हम जानते है की कैलिब्रेटेड हथियार  का अर्थ होता है की जब हम के हथियार को कैलिब्रेटेड कर दिए  तो ओ सेट किये गए रेंज के  ऊपर ही फायर डालेते है तो वह उस सेट किये गए रेंज के काफी क्लोज गिरता है या उस रेंज पर ही गिरता है जिस के ऊपर वह सेट किया गया है !


जरुर पढ़े:6 महत्वपूर्ण बाते 84 mm मोर्टार के बारे में


जबकि  नॉन कैलिब्रेटेड का अर्थ होता है की अगर हम एक ही रेंज और एक ही तरीके का अम्मुनिसन का इस्तेमाल करे  तभी उसका फायर एक जगह न गिरकर वह इधर उधर गिरेगा !


मोर्टार एक नॉन कैलिब्रेटेड हथियार है इसका निशाना  एक दम स्टिक नहीं होता है !


इस पोस्ट को समझने तथा और कुछ जानकारी के लिए हम निम्न विषयों के बारे में जानेगे :

1.क्यों   मोर्टार एक नॉन कैलिब्रेटेड हथियार है ?(Kyo Mortar ek non calibrated weapon hai?)
2. मोर्टार के  बिटेन जोन किसे कहते है ?(Mortar ke beaten zone kise kahte hai)
3. मोर्टार के कारगर या 50%  बिटेन  जोन क्या है ?(Mortar ke kargar ya 50% beaten zone kya hai)
4. बिटेन  जोन बड़े होने के कारण कौन कौन से है ?(Beaten zone ke bade hone ke karan kaun kaun se hai?)
5. मोर्टार के फायर करेक्शन देने का उसूल क्या होता है ? (Mortar ke fire correction dene ka usul kya hota hai?)


1.क्यों   मोर्टार एक नॉन कैलिब्रेटेड हथियार है ?(Kyo Mortar ek non calibrated weapon hai?)मोर्टार का कैलिब्रेटेड न होने का मतलब है की मोर्टार और साईट का आपस में मिलाप  और सम्बन्ध नहीं है जिसके कारण 

  • अगर 2 मोर्टार पर एक ही  फासला और दिशा लगाकर एक एक बम फायर किये जाय  तो एक ही जरुरी नहीं की  दोनों बम एक ही जगह गिरे !
  • अगर एक मोर्टार से किसी फासले पर फायर किया जाये तो जरुरी नहीं की मोर्टार के बम का फासला वही हो जो फासला साईट पर लगा हो !
  • अगर एक मोर्टार पर दो बम एक ही फासले और दिशा पर फायर किये जाए तो जरुरी नहीं की वह एक ही जगह जाकर गिरेगे !

2. मोर्टार के  बिटेन जोन किसे कहते है ?(Mortar ke beaten zone kise kahte hai):अगर किसी एक मोर्टार को एक ही दिशा और फालसे पर ले(lay) करने के बाद कई एक बम फायर किया जाए तो वह एक ही स्थान पर नहीं गिरते बल्कि एक चौरस दायरे में फ़ैल कर गिरते है ! इस चौरस दायरे को हम 100% बीटन जोन कहते है !इस का लम्बाई चौड़ाई इस प्रकार से होती है :
  • चार्ज(CH) ० से  IV तक – 140 गज x 60 गज 
  • चार्ज (CH) V से VIII- 280 गज x 120 गज 
3. मोर्टार के कारगर या 50%  बिटेन  जोन क्या है ?(Mortar ke kargar ya 50% beaten zone kya hai): अगर एक मोर्टार से एक चार्ज, उचाई और दिशा पर बहुत से बम फायर किया जाये तो सब बम एक एक चौरस दायरे में गिरेगे जिसे हम बीटन जोन कहते है लेकिन इस बीटन जोन के अन्दर बीचो बिच एक छोटा सा इलाका  होता है जिसके अन्दर ज्यादा बम गिरते है  और इस छोटे से एरिया को हम कारगर या 50% बीटन जोन कहते है ! यह 100% बीटन जोन के लम्बाई चौड़ाई का चौथाई हिस्सा होता है ! इसकी लम्बाई चौड़ाई इस प्रकार होती है :
  • चार्ज(CH) ० से  IV तक – 35 गज x 15 गज 
  • चार्ज (CH) V से VIII- 70 गज x 30 गज 

4.  बिटेन  जोन बड़े होने के कारण कौन कौन से है ?(Beaten zone ke bade hone ke karan kaun kaun se hai?)बीटन जोन का बड़ा होने का निम्न कारण है :
  • बम के प्राईमरी और सेकेंडरी कार्ट्रिज बनाते समय उसमे थोडा फर्क रहा जाता है ! यह फर्क बम के वजन, व्यास और कार्ट्रिज के चार्ज की ताकत में हो सकता है ! नतीजा यह होता है की हर बम को धक्का बराबर नहीं मिलता है और मजल वेलोसिटी एक जैसी नहीं होती !
  • बम और बैरल के व्यास में फर्क है , इस कारण से बम बैरल से निकलते समय हमेशा एक ही एंगल पर नहीं निकलता है !
  • बम आकाश  में काफी ऊपर जाती है जहा हवा का दवाव और दिशा  बदलती रहती है !
  • मोर्टार से दोनों ट्रेनिंग और लड़ाई के समय तेजी से काम लेना पड़ता है , इस कारण इसको समय मजबूती का ज्यादा ध्यान रखा जाता है !
  • बम फायर होने से बेस प्लेट  कुछ हिल जाता है और कारगर फायर करते समय इसका असर फायर पर पड़ता है !
5. मोर्टार के फायर करेक्शन देने का उसूल क्या होता है ? (Mortar ke fire correction dene ka usul kya hota hai?) मोर्टार फिर्रे का करेक्शन देना का उसूल निम्न होता है :
  • करेक्शन पहले फासले उसके बाद दिशा के लिए दिया जाय !
  • जिस मोर्टार का करेक्शन देना हो उसका नम्बर पुकारा जाय और बाद में करेक्शन डी जाय चाहे वह फासले का करेक्शन हो या दिशा का 
  • अगर सब मोर्टार के लिए एक ही करेक्शन होतो करेक्शन से पहले “सब का प्रोयोग किया जाय !

इस प्रकार से मोर्टार फायर के कण्ट्रोल से सम्बंधित 5 जरुरी बाते की जानकारी समाप्त हुई!उम्मीद है की ये पोस्ट आपक लोगो को पसंद आएगा ! अगर कोई कमेंट होतो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे ! इस ब्लॉग  को सब्सक्राइब औत फेसबुक पर लाइक करे और हमलोगों को और अच्छा करने के लिए प्रोतोसाहित करे !
इसे भी पढ़े :

  1. 9 mm पिस्तौल ब्राउनिंग का बेसिक टेक्नीकल डाटा
  2. 7.62 mm एसएलआर राइफल की खुबिया और खामिया
  3. 9 mm पिस्तौल का खुबिया और खामिया
  4. .303 LE राइफल का इतिहास
  5. Lee Enfield .303राइफल का टेक्नीकल डाटा
  6. Lee Enfield 303राइफल की खूबिय और खामिया
  7. 9 mm कार्बाइन मचिन या सब मचिन गन का इतिहास और खुबिया
  8. 9mm कार्बाइन का टेक्नीकल डाटा -II
  9. 9 mm कार्बाइन मचिन का बेसिक टेक्नीकल डाटा -I
  10. 5.56 mm INSAS LMG का बेसिक डाटा और स्पेसिफिकेशन
Leave a Reply

Shopping cart

0
image/svg+xml

No products in the cart.

Continue Shopping