पिछ्ले पोस्ट में हमने फील्ड फोर्टीफिकेसन के बारे में जानकारिया शेयर की थी ! इस पोस्ट में हम इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस क्या है (Improvised Explosive Device) और उसके लगाने के संभावित जगह (Improvised Explosive device lagana ka sambhawit jagah )क्या होते है इसके बारे में जानकारी शेयर करेगे !
जैसे की हम जानते है की आईईडी(IED) का फुल फॉर्म होता है इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस(Improvised Explosive Device)! और आये दिन टीवी और न्यूज़ में देखते और पढ़ते है की अमुक जगह आतंवादी ने आईईडी प्लांट की थी जो फट गया और इतने लोग हताहत हुए , आखिर आतंकवादी इस्तेमाल करते है उस बम को आईईडी क्यों कहते है और आईईडी तथा कन्वेंशनल बम के क्या अंतर है
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1. आईईडी क्या है(What is IEDs)?: गैर कानूनी ढंग से हत्या तोड़फोड़ , सम्पति का नुकशान पहुचने , चोट पहुचने और जान माल के नुकशान पहुचने के लिए कम से कम समय में कम से कम खर्चे में अधिक से अधिक नुकशान पहुचाने के लिए अपनी सूझ बुझ से लोकाली(Locally made explosive) उपलब्ध विष्फोटक पदार्थ या उच्च स्तरीय एक्स्प्लोसिव(high explosive) के इस्तेमाल कर बने गई डिवाइस को आईईडी या इम्प्रोवाइज्ड एक्स्प्लोसिव डिवाइस कहते है !
2. आईईडी के मुख्य हिस्से पुर्जे(Parts of Improvised Explosive Device): आईईडी का मुख्य चार भाग होते है !
- एक्सप्लोसिव(Explosive)
- डिटोनेटर (Detonator)
- ट्रिगर मेचानिज्म (Trigger mechanism)
- पॉवर सोर्स (Power source)
3. आईईडी में इस्तेमाल होने वाले एक्सप्लोसिव (Explosive used in Improvised Explosve Devise):
(a) सर्विस एक्सप्लोसिव(Service Explosive) :
- लो एक्सप्लोसिव(low explosive) : गन पाउडर(gun powder) , कोरडेइट(Cordite)
- हाई एक्सप्लोसिव : पी ई के(PEK) , टी एन टी(TNT) , जी सी स्लैब(G Slab) , प्राइमर अमोनियम पाउडर(Primer Ammonium Powder)
(b) कमर्शियल एक्सप्लोसिव(Commercial explosive) :
- ऍफ़ एल एस एल (FLSL)
- लोक्स (Lox)
(c) इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव :
- दावा , आसानी से लोअकाली उपलब्ध रासायनिक खाद (Chemical used in fertilizer) , आयल यदि !
4. आईईडी में इस्तेमाल होनेवाले डिटोनेटर
(a) सर्विस डिटोनेटर
- डिटोनेटर नंबर -27 एसटीडी (नॉन-इलेक्ट्रिक )(Detonator No-27 STD (Non-Electric))
- डिटोनेटर नंबर -33 एसटीडी (इलेक्ट्रिक )(Detonator No-33 STD (Electric))
(b) इम्प्रोवाइज्ड डिटोनेटर
- डिटोनेटर थर्मल (इम्प्रोवाइज्ड)
- डिटोनेटर केमिकल (इम्प्रोवाइज्ड)
- डिटोनेटर फ्रिक्शन (इम्प्रोवाइज्ड)
- डिटोनेटर प्रोपोल्लेंट (इम्प्रोवाइज्ड)
(c) कमर्शियल डिटोनेटर
- डिटोनेटर नंबर -6
- डिटोनेटर नंबर -7
- डिटोनेटर नंबर -8
5. आईईडी के प्रकार(Type of Improvised Explosive Device) : आईईडी दो प्रकार के होते है
- ओपन बम(Open Bomb) : जब बम के मुख्य चार भागो में से कोई एक भाग दिखाई दे तो उसे ओपन बम कहते है !
- क्लोज्ड बमClosed Bomb) : जब बम के मुख्या चार भाग में कोई भी भाग नज़र न आये तो उसे क्लोज्ड बम कहते है !
6. असामाजिक तत्वों द्वारा इस्तेमाल होने वाले कुछ इम्प्रोवाइज्ड डिवाइस(IED Used by Terrorist): कुछ आईईडी जो कुछ असामाजिक तत्व इस्तेमाल करते है जिसका आउटर कंटेनर के अनुसार उसका नामकरण किया जाता है जो इस प्रकार से है
- बुक बम(Book Bomb)
- घी टिन बम
- मिठाई का डिब्बा बम
- डोरमैट बम
- टिफ़िन काररीएर बम
- गुलदस्ता बम
- पेन स्टांड बम
- पाइप बम(Pipe Bomb)
- डोर टोगल बोल्ट बम
- इम्प्रोवाइज्ड शेप्ड बम
- हाथ गोला
- बोतल बम
- लैटर बम (Letter Bomb)
- improvised claymore bomb
7. आईईडी को बर्बाद करने का तरीका(IED ko neutralized karne ka tarika) :
- ग्राप्नेल(Grape Nail) की मदद से
- उसी जगह पर बारूद लगाकर बर्बाद करना
- मेचानिज्म को न्यूट्रलाईजड करना
8. आईईडी को लगाये जाने वाला जगह(IED ko lagaye jane wala jagah) : असामाजिक तत्व और आतंकवादी ज्यादातर इन जगहो पे आइडिज लगते है :
- कच्ची सड़क
- पुल, कलवर्ट और पुलिया
- उबड़ खाबड़ रास्ते
- संकरें रास्ते
- फौज के आने जाने के आम रास्ते
- सड़क/रास्ते के मोड़ पे
- सड़क के दीवारे
- चौराहे पे
- पेड़ खड़ा /कटा हुआ पेड़
- लावारिश सामान में
- लालच वाली चीजें में
- डेली इस्तेमाल की सामन में
- आकर्षण वाली चीजो में
- पब्लिक प्लेस
- दरवाजा और खिड़कियो में
- मरे हुए अतंकवादियो के बॉडी में
9.आईईडी संभावित एरिया में जाने वक्त ध्यान में रखने वाली बातें(IED prone area me jane wakt dhyan me rakhne wali baten) :
- कच्चे रास्ते /सड़क का इस्तेमाल सार के बाद ही करे
- हर वास्तु को शाकिया नज़र से देखे
- कुछ भी सुरक्षित नहीं है इस भाव से सोंचे
- लालच न करे
- आईईडी को एक ही न समझे
- आईईडी से फालतू छेड़ छाड़ न करे
- जहा तक संभव हो आईईडी को उसी जगह बर्बाद करें
- आईईडी को हरकत ग्राप्नेल से दे
- अगर आईईडी दिखाई दे तो केवल ट्रेनिंग लिया हुवा व्यक्ति ही उसको बर्बाद करे !
- घबराहट फैलने से रोके
- भगदड़ न मचाएं
- भीड़ इकठ्ठा न होने दे
- जोखिम न उठायें
- कोई और विकल्प न हो तभी आईईडी को हाथ से छुए
10. आईईडी और कन्वेंशनल बम में क्या अंतर होता है (Difference between Bomb and IEDs)
- आईईडी का कोई शेप और साइज़ नहीं होता है जब की कन्वेंशनल बम का एक निश्चित शेप और साइज़ होती है !
- आईईडी में कौन सा एक्सप्लोसिव है ये बता नहीं सकते है जब की कन्वेंशनल बम के बारूद की जानकारी रहती !
- आईईडी का मेचानिज्म का पता नहीं होता है जब की कन्वेंशनल बम का मेचानिज्म फिक्स्ड रहता है !
- आईईडी बनाना गैर कानूनी है जब की कन्वेंशनल बम सरकार के अपनी कंपनी में बनाया जाता है !
- आईईडी के ऊपर बनाने सम्बंधित कोई भी डिटेल नहीं दिया रहता है जबकि कन्वेंशनल बम पे सब कुछ लिखा रहता है !
- कन्वेंशनल बम एक सरकार अपने दुश्मनों के खिलाफ इस्तेमाल करती है जबकि आईईडी आतंकवादी या असामजिक तत्व आम पब्लिक को मरने या डराने के लिए इस्तेमाल करते है !
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आज कल की जो सुरक्षा का जो वातावरण है उसमे सभी जवानों को आईईडी के बारे में जानकारी होनी चाहिए क्यों की लड़ाई में पता नहीं आईईडी मिले या न मिले लेकिन काउंटर इंसरजेंसी के ड्यूटी में आईडी आये दिन मिलता है ! इसलिए से माहौल में ड्यूटी करने के लिएआईईडीके बारे में जानकारी ही आपकी बचाव है !
इसलिए न्यूज़ पेपर या टीवी पे जो भी आईईडी के मेचानिज्म और शेप के बारे में दिखा जा उसे देखे जिससे ये पता लगेगा की आईईडी का शेप और साइज़ किस किस तराह के होसकते है और कौन कौन से मेचानिज्म का इस्तेमाल आंकवादी कर रहे है इनको बनाने में !
इस प्रकार से आईईडी के बारे में थोडा जानकारी शेयर किये !उम्मीद है पोस्ट पसंद आएगा अगर कोई कमेंट या सुझाव हो तो जरुर दे और इस ब्लॉग को सब्सक्राइब करके हमलोगों को सपोर्ट करे!
विशेषकर आपके लिए :
bahut badhiyan jankari mili. thanks
Aachi jankaari
Good
Very good