एस्कॉर्ट और हथकड़ी कब और किस प्रकार के कैदी को लगाई जाती है

 पिछले  ब्लॉग पोस्ट  हमने वाइटल एरिया में ड्यूटी के दौरान व्हीकल कैसे चेक किया जाता है उसके बारे में हमने जानकरी शेयर किये और अब इस नै ब्लॉग पोस्ट में हम एस्कॉर्ट गार्ड और हथकड़ी किसे कब और कैसे (Escort Guard and Handcluff lagane ka tarika ) लगाया जाता है उसके बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे !

एस्कॉर्ट गार्ड की परिचय :किसी मूल्यवान संपत्ति, विशेष  व्यक्ति या वस्तु को एक जगह से ले जाने और लाने के लिए उनकी सुरक्षा के लिए कुछ पुलिस कर्मियों को ड्यूटी पर लगाई जाती है जिसको एस्कॉर्ट गार्ड कहते हैं। खतरनाक व्यक्ति जिसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर सुरक्षित ले जाने वा लाने के लिए हथकड़ी का प्रयोग किया जाता है। हथकड़ी के प्रयोग के लिए बहूत से पुलिस बल अपना अपना स्टैंडिंग आर्डर बनाया हुआ है जैसे कि दिल्ली पुलिस का स्टैंडिंग ऑर्डर नंबर 21 व  52 जिसमें हथकड़ी कब और कैसे लगाई जाती है और किन-किन लोगों को हथकड़ी लगाई जाती है तथा एस्कॉर्ट गार्ड के बारे में भी विस्तृत से जानकारी दी गई!

Handcuff ki sharte
Handcuff

 एस्कॉर्ट गार्ड निम्नलिखित स्तिथि  लगाई जाती है 

  • खजाना की रखवाली 
  •  कैदियों की रखवाली 
  •  और महत्वपूर्ण व्यक्तियों

दिल्ली पुलिस के पीपीआर 18 . 37 के में  कैदियों को एस्कॉर्ट गार्ड की संख्या बताई गई है और उस प्रकार खजाने के साथ एक रेल डिब्बा में एक प्रधान सिपाही व दो  सिपाही की ड्यूटी होगी! अगर रेल के डिब्बे दो या दो से अधिक हैं तो उच्च अधिकारी व जरूरी है स्टाफ नियुक्त किया जाएगा। एस्कॉर्ट गार्ड के आने जाने की व्यवस्था संबंधित विभाग करेगा।

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एस्कॉर्ट ड्यूटी में ध्यान देने योग्य बातें

  • ड्यूटी सतर्कता एवं सावधानीपूर्वक दी जाएगी। 
  • रोशनी का पूरा प्रबंध साथ होना चाहिए। 
  • जरूरत अनुसार आर्म्स अमिनेशन होना चाहिए। 
  • गार्ड  एवं कैदी की खाने पीने की व्यवस्था गार्ड इंचार्ज करेगा।
  • गार्केड इन चार्ज  खजाने की सील पैकिंग आदि पहले ही अच्छी प्रकार से चेक करनी चाहिए!
  • हथकड़ी का प्रयोग जरूरी हो तो सही प्रकार से हथकड़ी लगाई जाएगी। 
  • खजाना रेलगाड़ी के जिस डिब्बे में है उसी डिब्बे में गार्ड रहेगी। 
  • अगर रेल गाड़ी खड़ी होती है तो गाड़ी  के दोनों तरफ नीचे उतर कर सुरक्षा की जाएगी। 
  • किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा कैदी को खाने पीने की वस्तु नहीं दी जाएगी। 
  • खजाने की पावती जरूर प्राप्त करें।

हथकड़ी का प्रयोग करने के बाबत निर्देश: प्रेम शंकर शुक्ला बनाम दिल्ली प्रशासन के मामले में उच्चतम न्यायालय AIR 1980 SC 1535 के अनुसार हथकड़ी के प्रयोग के लिए हिदायतें दी है! कि खतरनाक कैदी जिसका पुलिस अभिरक्षा से भागने का अंदेशा है तो उसको हथकड़ी लगाई जाएगी !पुलिस को इस मामले में कैदी पर संगीन जुर्म है तो भी  पुलिस पार्टी अपनी सुविधा के लिए हथकड़ी का प्रयोग नहीं करेगी। इसके लिए अन्य तरीके अपनाएं। जैसे:

  •  पुलिस एस्कॉर्ट की संख्या बढ़ाई जाएगी 
  • और हथियार सहित एस्कॉर्ट लगाई जाएगी 
  • इस पार्टी को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। 
  • कैदियों को सुरक्षित द्वारा ले जाया जाएगा 
सूली बत्रा बनाम दिल्ली प्रशासन AIR 1978 SC 1675  के मामले में उच्चतम न्यायालय ने साधारण अवस्था में हथकड़ी प्रयोग करने के बारे में आदेश दिया। 

किन हालात में हथकड़ी लगाई जाएगी  उसे दिल्ली  पुलिस PPR  26.22 के अनुसार निम्नलिखित व्यक्तियों को हथकड़ी लगाई जाएगी :

  • आज जमानती अपराध जिसमें सजा का प्रावधान कम से कम 3 वर्ष या उससे ज्यादा  हो।
  •  ऐसे व्यक्ति जिन लोगों ने धारा 147 आईपीसी घातक हथियारों के साथ बलवा किया हो। 
  • धारा 75 आईपीसी के अनुसार जिसे अध्याय 12 से 17 के अपराधों में दोबारा दोस्त किया गया हो। 
  • ऐसे खतरनाक व्यक्ति जिनके व्यवहार से लोग भयभीत हो। 
  • सीनाजोरी  करने वाले  कैदी को।
  •  ऐसा व्यक्ति कैदी जो भागने या आत्महत्या करने का प्रयास कर सकता हो। 
  • PPR 26.4 (3) के अनुसार जहां लॉकअप ऐसी हो जिससे कैदियों के निकल भागने का खतरा हो तो हथकड़ी का प्रयोग किया जाएगा।

किन हालात में हथकड़ी प्रयोग नहीं की जाएगी: दिल्ली  पुलिस PPR 26.30 अनुसार निम्नलिखित हालात में हथकड़ी नहीं लगाई जाएगी !
  • हवालात में  हथकड़ी नहीं लगाई जाएगी। 
  • बहुत कमजोर वृद्ध , बच्चे व औरतों को हथकड़ी नहीं लगाई जाएगी। 
  • न्यायालय में हथकड़ी नहीं लगाई जाएगी। 
  • ऐसे व्यक्ति को भी हथकड़ी नहीं लगाई जाएगी जो धारा 124(A) व  153 दंड संहिता के अनुसार पहली बार गिरफ्तार किया गया हो।
  • MP, MLA और डिप्लोमेट आदि को हथकड़ी  नहीं लगाई जाएगी।

हथकड़ी का प्रयोग करते समय सावधानियां :दिल्ली पुलिस PPR 18 . 30 के अनुसार हथकड़ी का प्रयोग करते समय निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए :

  • इंचार्ज एस्कॉर्ट गार्ड हथकड़ी ठीक प्रकार से लगवाने का स्वयं जिम्मेदार होगा। 
  • अगर कैदी  सीनाजोर है तो पीछे हाथ करके हथकड़ी लगाई जाएगी !
  • खाना खाते समय या बाथरूम जाते समय एक हाथ की  हथकड़ी खोली जाएगी व कैदी को विशेष ध्यान रखा जाएगा। 
  • अगर हाथ पतला हो तो चेन  डालकर हथकड़ी लगाई जाएगी।
  •  हथकड़ी का कुंडा  एस्कॉर्ट के सिपाही का बेल्ट से लगा होना चाहिए।
  •  हथकड़ी को लगाने से पहले अच्छी प्रकार से चेक कर लेना चाहिए। 
  • हथकड़ी लगाते समय सतर्क रहें
  •  हथकड़ी की चाबी कैदी की पहुंच से दूर होनी चाहिए

इस प्रकार से एस्कॉर्ट पार्टी तठे हथकड़ी लगाने से सम्बंधित  यह ब्लॉग पोस्ट समाप्त हुवा !उम्मीद है की यह  पोस्ट आप को पसंद आएगा ! अगर कोई कमेंट होतो निचे के कमेंट बॉक्स में जरुर लिखे ! इस ब्लॉग  सब्सक्राइब औत फेसबुक पर लाइक करे और हमलोगों को और अच्छा करने के लिए प्रोतोसाहित !

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