1 मिनट में सरल शब्दों में इंसास राइफल के थ्री राउंड्स ब्रस्ट मैकेनिज्म के बारे में समझे (INSAS Rifle ke Three Round burst Mechanism) पिछले पोस्ट में हमने इंसास राइफल को खोलना जोड़ना तथा इंसास राइफल के चाल यदि के बारे में जान चुके है और इस पोस्ट में हम थ्री राउंड्स ब्रस्ट मैकेनिज्म (What is 3 round burst?) के बारे में जानेगे ! यह मैकेनिज्म भी सिंगल शॉट मैकेनिज्म की तरह थ्री शॉट मैकेनिज्म(TRB) के भी 6 भाग होते है और जो की निम्न
- एक्सिस पिन(Axis Pin)
- TRB Box
- प्लेट सिलेक्टर और प्लेट सिलेक्टर का अगला प्रोजेक्शन
- रैटचेट व्हील(Ratchet wheel) : पिछला और ऊपर वाला प्रोजेक्शन , पिछला और निचे वाला प्रोजेक्शन
- रैटचेट व्हील स्प्रिंग(Ratchat wheel spring)
- ट्रिपिंग प्लेट या रैटचेट प्लेट : टेल , नीचला प्रोजेक्शन , ऊपर वाला प्रोजेक्शन
TRB की चाल(TRB-Three round rust ki chal) :
- जब चेंज लीवर की पोजीशन को “B” पर किया जाता है तो चेंज लीवर स्टेम का बाएँ वाला लग प्लेट सिलेक्टर को नीचे दबा देता है ! जिससे प्लेट सिलेक्टर आगे से ऊपर उठता है ! इस दौरान प्लेट सिलेक्टर का अगला प्रोजेक्शन रैटचेट व्हील को थोडा ऊपर उठा देता है , जिससे रैटचेट व्हील पावल की सीध में आ जाता है ! जब ट्रिगर को दबाया जाता है तो हैमर ट्रिगर सिआर से आजाद हो जाता है फायरिंग पिन के पिछले वाले हिस्से पर चोट मरता है और पहला राउंड फायर हो जाता है !
- इस दौरान पावल रैटचेट व्हील के ऊपर वाले दांत में फंस जाता है और रैटचेट व्हील को थोडा ऊपर उठा देता है
- रैटचेट व्हील का पिछला और निचला प्रोजेक्शन अक्सुलारी सिआर आर्म के ऊपर दबाव डालता है और अक्सुलारी सिआर को अपनी जगह से पीछे ढकेल देता है !
- जब पुर्जे पीछे की हरकत करते है तो ट्रिगर के ऊपर दबाव होने के कारन ट्रिगर सिअर से हैमर का मिलाप नहीं रहता है साथ अक्सुलारी आर के पीछे होने के कारन हैमर का मिलाप अक्सुलारी सिआर से भी नहीं होता है और हैमर आगे चाला जाता है , जिससे दूसरा राउंड फायर हो जाता है !
- इस समय रैटचेट व्हील का दूसरा दांत पावल के साथ फँस जाता है और रैटचेट व्हील को और ऊपर उठा देता है ! इसी दौरान रैटचेट का पिछला और ऊपर वाला प्रोजेक्शन अक्सुलारी सिआर अपनी जगह से और पीछे दब जाता है !यह करवाई हुबहू पहले राउंड फायर की कारवाही की तरह से होता है !
- जब हैमर पीछे आता है तो ना तो ट्रिगर सिआर पकड़ पता है और ना ही अक्सुलारी सिआर जिसके कारण हैमर आगे की हरकत करता है और तीसरा राउंड भी फायर हो जाता है !
- इस दौरान पावल रैटचेट व्हील के तीसरे दांत में फंस जाता है जिससे रैटचेट व्हील आगे से पूरा ऊपर उठ जाता है ! जब रैटचेट व्हील पूरा ऊपर उठता है तो उसका पिछला हिस्सा निचे जाता है !
- इस दौरान रैटचेट व्हील का पिछला हिस्सा रैट चेट प्लेट के नीचले प्रोजेक्शन पर दबाव डालता है जिससे रैटचेट प्लेट निचे जाता है और रैट चेट प्लेट का टेल अक्सुलारी सिआर आर्म के ऊपर दबाव डाल देता है !यह कारवाही उस समय की होती है जब तीसरा राउंड फायर हो या हो और चाल वाले पुर्जे आगे ही रहते है !
- जब चाल वाले पूजे तीसरा राउंड फायर होने के बाद पीछे हरकत करते है तो पावल का मिलाप रैट चेट व्हील के दांत से टूट जाता है ! रैटचेट व्हील अपने स्प्रिंग की ताकत से अपनी नार्मल पोजीशन में आ जाता है !
- इस कारवाही के दौरान रैटचेट व्हील रैटचेट प्लेट के ऊपर वाले प्रोजेक्शन की मदद से उसे ऊपर उठा देता है , जिससे अक्सुलारी सिआर आर्म के से दबाव आ जाता है और अक्सुलारी सिआर नार्मल पोजीशन में आ जाता है !
- ज्योही हैमर पीछे आता है औक्सिल्लारी सिआर पकड़ लेता है और तीन राउंड फायर होने के बाद फायर बंद हो जाता है !
- अब अगला राउंड तब तक फायर नहीं होगा जब तक की ट्रिगर को फिर से आजाद कर के फिर से दबाया न जाय
इस प्रकार से इंसास राइफल के थ्री राउंड ब्रूस्ट मैकेनिज्म से सम्बंधित ब्लॉग पोस्ट समाप्त हुई ! कृपया लाइक शेयर और सब्सक्राइब करे