5.56 MM INSAS RIFLE KI UTPATI AUR KHOLNA JODNA 7 POINTS ME JANE इसके के बारे में सभी जवानों को आनी चाहिए जिनका यह जातीय हथियार है !ऐसे तो 7.62 mm एसएलआर राइफल के बाद ज्यादातर पुलिस बल के जवान इंसास राइफल का ही इस्तेमाल करते है ! इस लिए यह राइफल उन सभी जवानों का जातीय हथियार है !वैसे ने मैंने अपने दुसरे पोस्ट में इंसास राइफल की चाल ( INSAS Rifle ki chal) के बारे में डिटेल से बताया हु और मेरा मै आगे insas rifle technical data के बारे में लिखूंगा तथा इस पोस्ट में हम 5.56 mm insas rifle ki utpati aur kholna jodna
इंसास राइफल की उत्पति (Origin of 5.56mm INSAS Rifle: INSAS):
Full form of INSAS- इंडियन स्माल आर्म्स सिस्टम (Indian Small Arms System).ये हथियार का डिजाईन ARDE(आर्मामेंट रिसर्च अन डेवलपमेंट एस्टाब्लिश्मेंट ) के द्वारा तैयार किया गया और इसे सबसे पहले इंडिया स्टेट आर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड इछापुर में बनाया जाता था . ये फैक्ट्री वेस्ट बंगाल में स्थापित है. अब ये वेपन समल आर्म्स फैक्ट्री कानपूर तथा आर्डिनेंस फैक्ट्री त्रिचनापल्ली में भी बनता है !ये वेपन सबसे पहले भारतीय सेना ने सन 1998 से इस्तेमाल करना सुरु किया और आज ये भारत के केंदीय फोर्सेज और राज्य पुलिस का एक मुख्या हथियार बन के रह गया है .
5.56mm INSASऔर AK-47 में समानता (5.56mm INSAS Vs AK-47 Rifle)
इंसास राइफल की डिजाईन AK-47 से प्रभावित है! 5.56 mm INSAS Rifle Ki Chal भी AK-47 की तरह गैस ऑपरेशन विथ रोटेटिंग बोल्ट के सिद्धांत पे काम करता है और इसमें भी over-barrel gas cylinder mounting के साथ साथ curved मागज़ीने है.INSAS Rifle performance के लिहाज से काफी कण्ट्रोल फायर करता है जिससे अम्मुनिसं का वेस्टेज उतना नहीं होता है.
5.56mm INSAS राइफल के चार variants में बना है : What are the variants of INSAS
(i) 5.56mm INSAS standard
(ii) 5.56mm INSAS folding
(iii) 5.56mm INSAS LMG
(iv) 5.56mm KALANTAK
(v) 5.56mm MSMC (Modern Sub Machine Carbine)
Advantages of INSAS rifle:
(क) ये एसएलआर राइफल के तुलना में 5.56 mm insas rifle weight 25% हल्का और 75% कम रेकोइल देती है.इसलिए कैरी करना और फायर करना आसान है!
(ख) इसमें ग्रेन साईट लगा होता है इसलिए इसको सेट करना और कारगर फायर करना आसान है!
(ग) 5.56mm INSAS राइफल और 5.56mm INSAS LMG के चालवाले पुर्जे आपस में एक सामान है इसलिए जरुरत पड़ने पे एक दुसरे के सामान आपस इस्तिमाल किया जा सकता है.
(घ) इसका बेनट बहुउपयोगी है , इससे हम तार भी कट सकते है और भी बहुत से ऑपरेशन के दौरान आनेवाले बाधाओ को दूर करने में उपयोग कर सकते है..
(च) इससे हम सिंगल और ३ राउंड्स का बर्स्ट फायर कर सकते है!
(छ) इसका मागज़ीने पारदर्शी होता है तथा INSAS Rifle magazine capacity 20 राउंड होता है !
INSAS Rifle ke Kholne ka Tartib
इंसास राइफल को खोलने और जोड़ने का तरीका(INSAS Rifle ko Kholna Jodna) :
सबसे पहले मगज़ीन को उतारे और चेंज लीवर को R या B पर करे और राइफल को कॉक करे !
- बोयानेट कैच को दबाते हुवे बेनट को उतारे !
- स्लिंग को खोले
- दहिनेहाथ की कलमे वाली ऊँगली से रिटर्निंग लॉकिंग लीवर को दबाते हुवे अंगूठे से रिटेनर को आगे करे और रिसीवर कवर को खोले!
- पिस्टन एक्सटेंशन और रेकोइल स्प्रिंग को बहार निकाले!
- पिस्टन एक्सटेंशन से रोटेटिंग बोल्ट को अलग करे
- गैस टब लॉकिंग कैच को 90 डिग्री में खड़ा करते हुवे गैस ट्यूब को अलग करे !
- फायरिंग पिन और एक्सट्रैक्टर खोलने केलिए ड्रिफ्ट की मदद से पहले पिन फायरिंग अक्सिक्स पिन और बाद में एक्सट्रैक्टर एक्सिस पिन को खोले !
- मगज़ीन को खोलने के लिए स्टड को दबाते हुवे बॉटम प्लेट को खोले और स्प्रिंग को निकले !
5.56 mm इंसास को जोड़ने का तरीका और सीक्वेंस:
जिस सीक्वेंस में हम इंसास को खोलते है ठीक उसके विपरीत सीक्वेंस में यानि जो पुर्जा सबसे लास्ट में खुला है उसे सबसे पहले जोड़ते है! और आखिर में कॉक कर के ट्रिगेर दबाते है !
इस प्रकार से यहाँ 5.56 mm insas rifle ki utpati aur kholna jodna से सम्बंधित पोस्ट समाप्त हुवा ! अगर पोस्ट पसंद आये तो कृपया इसे फेसबुक पर लाइक और शेयर करे