जैसे की हम जानते है की काफी समय से सशस्त्र फाॅर्स के जवान जब एक स्थान से दुसरे स्थान पर जाने के लिए मैप रीडिंग के अभ्यासों के लिए सर्विस प्रिस्माटिक कंपास(Service Prismatic Compass) इस्तेमाल होता है लेकिन आज के आधुनिक युग के स्वीडन कंपनी ने सशस्त्र सेना के जवानों के जरुरत को ध्यान में रखते हुए हल्का व आधुनिक सिल्वा कंपास मॉडल -54 बनाया !
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इस पोस्ट को पढने के बाद आप निम्न बाते सिल्वा कंपास के बारे में जान पाएंगे :
1.सिल्वा कंपास का इस्तेमाल क्या होता है ?(Silva compass ka use kya hota hai)
2.सिल्वा कंपास को सेट कैसे किया जाता है ?(Silva compass ke set kaise karte hai )
3. सिल्वा कंपास से मार्च कैसे करते है?(Silva compass se march kaise karte hai)
4. सिल्वा कंपास से अपनी पोजीशन मैप के ऊपर कैसे फाइंड करते है ?(Silva compass se own position maip pe kaise find karte hai )
5. सिल्वा कंपास के फायदे क्या क्या है ?(Silva compass ke fayde kya kya hai?)
6. सिल्वा कंपास में कमिया क्या क्या है ? (Silva compass me kamiya kya kya hai?)
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1.सिल्वा कंपास का इस्तेमाल क्या होता है ?(Silva compass ka use kya hota hai):सिल्वा कंपास का इस्तेमाल निम्न कामो के लिए होता है :
(a) जमीनी निशान की डिग्री पढना(Silva compass se jameeni nishan padhna) : सिल्वा कंपास से हम जमीनी निशान की डिग्री इस प्रकार से पढ़ सकते है :
- जिसकी मास्टर आँख दाहिनी है ओ कंपास को दाहिने हाथ से इस प्रकार पकडे की बेस पलट पूरी दाहिने हो !
- और जिसकी मास्टर आँख बाई है ओ बाए हाथ में इस प्रकार से पकडे की बेस प्लेट पूरी बाये हो
- उसके बाद कंपास हाउसिंग को इतना दाहिने या बाए घुमाये की कंपास हाउसिंग पर लिख (E) अपनी तरफ आ जाये !
- अब बेस प्लेट /कंपास को जमीन के सामानांतर रखते हुए जिस जमीनी निशान की डिग्री पढनी हो उसकी तरफ मुह करके खड़े हो जाये ताकि डायल घूम कर अपनी जगह पर रुक जाये !
- कंपास को मास्टर आँख के नजदीक लाये !और दूसरी आँख को बंद कर मास्टर आँख से लेंस के द्वारा देखे साईंटिंग लाइन (काली खाड़ी लाइन ) दिखाई देंगी !
- साईंटिंग लाइन को निशान से मिलाये! साईंटिंग लाइन के सामने डिग्रिया आयेंगे (जो घडी के सुलटे रूख में बढ़ रहे होंगे )जो निचे खड़े अक्षरों में उस निशान का फॉरवर्ड बेअरिंग व ऊपर छोटे अक्षरों में उस निशान का बैक बेअरिंग होगा !
- मैप पर जिन निशानों की बेअरिंग पढनी है उन्हें स्केल के द्वारा एक सीधी लाइन से मिलाये !
- फिर कंपास को मैप के ऊपर इस प्रकार रखे की एड लाइन खिंची गई लाइन के ऊपर व बेस प्लेट आगे की तरफ हो
- अब बेस पलट को बिना हिलाए कंपास हाउसिंग को इतना दाये या बाए करे की कंपास हाउसिंग पर लिखा (N) मैप के शीर्ष की तरफ आ जाये !
- यकीन करे की कंपास हाउसिंग की नार्थ – साउथ (लाल व काली ) लाइन मैप की इस्टिंग लाइन्स के सामानांतर हो
- अभी इंडेक्स लाइन पर जितनी डिग्री का निशान है वही उस निशान का फॉरवर्ड बेअरिंग है !
- ऊपर बताये तरीके से कंपास सेट करने के बाद कंपास को हथेली पर जमीन के सम्नानातर रखे !
- हथेली पर रखने के बाद इतना दाये व बाए घुमे की कार्ड पर लिखा (N) कंपास हाउसिंग में बने नार्थ एरो के ठीक ऊपर आ जाये !
- अब बेस प्लेट पर बना ट्रेवलिंग एरो जिधर इशारा करे उधर ही मार्च करे !
- ध्यान रखे की मार्च करते समय दोनों एरो ऊपर निचे न हो !
- पहले दो या तीन ऐसे निशान चुने जो मैप व जमीन दोनों पर हो !
- कंपास से जमीनी निशानों डिग्री पढ़े ! यह मैग्नेटिक बेअरिंग होगा !
- उस मैग्नेटिक बेअरिंग को मैप पर दी गई सुचना के आधार पर ग्रिड बेअरिंग में बदले !
- उस प्राप्त ग्रिड बेअरिंग को बैक बेअरिंग में बदली करे
- और सिल्वा कंपास को उस बैक बेअरिंग पर सेट करे !
- अब एड लाइन को मैप पर उस निशान के कन्वेंशनल साईंन पर रखते हुए कंपास को इतना दाहिने बाए घुमाये की कंपास हाउसिंग के बाटम पर बनी नार्थ साउथ लाइन्स मैप की इस्टिंग लाइन्स के समानान्तर आ जाये !
- कंपास को हटाये तथा कन्वेंशनल साईंन को एक सीधी रेखा से मिलाये !
- दुसरे निशान से भी येही करवाई करे !
- इस प्रकार दोनों रेखाए आपस में जिस स्थान पर कटती है !
- मैप पर उसी स्थान पर हमारी अपनी पोजीशन होगी !
- सिल्वा सिस्टम इस्तेमाल में आसन है !
- बीटा लाइन इलुमिनेसन के साथ उपलब्ध है !
- छोटे छोटे पुर्जे नहीं होने के कारण गुम व रिपेयरिंग की आवश्यकता नहीं पड़ती है !
- इस सर्विस प्रोटेक्टर के तरह इस्तेमाल कर सकते है और 10 सेमी लम्बी लाइन खीच सकते है !
- लिक्विड नहीं होने के कारण बबल नहीं बनता है !
- मैग्निफाई ग्लास होने से मैप के छोटी छोटी डिटेल्स भी आसानी से देख सकते है !
- बेस प्लेट पर चार रोमर बने होने के कारण इन स्केल के मैप पर काम करते समय रोमर बनने की जरुरत नहीं पड़ती है !
- बेस प्लेट पर रोमर बने होने की वजह से मैप पर 6 और 8 फिगर ग्रिड रिफरेन्स मालूम करना आसन हो जाता है !
- लिक्विड मार्क -3 की बनस्पत अकुरेसी ज्यादा है !
- यह हल्का है !
6. सिल्वा कंपास में कमिया क्या क्या है ? (Silva compass me kamiya kya kya hai?): सिल्वा कंपास में निम्लिखित कमिया है :
- प्लाटिक के बना होने के कारण टूटने के संभावना ज्यादा होता है !
- बेस प्लेट बड़ा होने के कारण कैरी करना थोडा मुस्कील होता है !
- टूटने पर रिपेयर नहीं होसकता है !
- हिफाजत से रखने की ज्यादा जरुरत पड़ती है !
- मैप रीडिंग में दिशाओ के प्रकार और उत्तर दिशा का महत्व
- दिन के समय उत्तर दिशा मालूम करने का तरीका
- कन्वेंशनल सिग्न ,कन्वेंशनल सिग्न के प्रकार , कन्वेंशनल सिग्न बनाने का तरीका
- रात के समय उत्तर मालूम करने का तरीका
- सर्विस प्रोटेक्टर का परिभाषा और सर्विस प्रोटेक्टर का प्रकार
- सर्विस प्रोटेक्टर का उपयोग और सर्विस प्रोटेक्टर से बेक बेअरिंग पढने का तरीका
- 13 तरीके मैप सेट करने का !
- 5 तरीका मैप पे ऊपर खुद का पोजीशन को पता करने का
- 5 तरीको से मैप टू ग्राउंड और ग्राउंड टू माप जाने
- मैप रीडिंग के उद्देश्य तथा मैप रीडिंग के महत्व