परेड ड्रिल में आगे और पीछे कदम लेना !

इस पोस्ट में  हम खाली हाथ ड्रिल “ आगे और पीछे कदम कैसे लेते  है” उसके बारे में जानेगे ! जरूरत :  आगे और पीछे कदम कब लेते है जब खड़े स्क्वाड का अगला स्क्वाड से थोडा ज्यादा या थोडा कम फासला हो जाये ! उस फासले को पूरा करने के लिए आगे /पीछे कदम ली की करवाई की जाती !आगे/पीछे कदम लेने के लिए पहले कदम की लम्बाई 30 इंच और आखरी कदम की लम्बाई 15 होती है ! वर्ड ऑफ़ कमांड से गिनती देकर आगे/पीछे केवल तीन कदम तक जा सकते है ! उससे ज्यदा कदम तय करना…

खुली लाइन और निकट लाइन चल

पिछले पोस्ट में हमने फूट ड्रिल -धीरे चल और थम  के बारे में जानकारी प्राप्त की ! अब इस पोस्ट में बाते करेंगे खुली लाइन निकट लाइन चालकी करवाई(Khuli line aur nikat line) , जरुरत और देखने वाली बाते! खुली लाइन की जरुरत जब स्क्वाड को शास्र कयाद करना हो या बड़ी परेडो में परेड को VIP के द्वारा निरिक्षण करना हो तो खुली लाइन कि की करवाई की जाती है ! निकट लाइन की जरुरत(Nikal line chal ki jarurat) निरिक्षण हो जाने के  बाद मार्च करने से पहले या शास्त्र कावाद के बाद खाली हाथ ड्रिल करना हो तो निकट लाइन चल की करवाई…

फूट ड्रिल -धीरे चल और थम

इस पोस्ट में हम परेड ड्रिल के दो मूव के बारे में बात करेंगे वो है “स्क्वाड धीरे चल  और थम(Squad dhire chalaur tham) “ जरुरत : बड़ी परेडो में परेड का निरिक्षण के लिए VIP के आगे पायलट इंस्पेक्शन लाइन पर धीरे चल से चलते है और ऑफिसर का पासिंग आउट परेड में भी पिपिंग आउट धीरे चल से होता है ! धीरे चाल में कदम की लम्बाई 30 इंच और कदम का रफ़्तार 70 कदम पर मिनिट होता है ! वर्ड ऑफ़ कमांड (Word of Command) एक सिखाई पाए हुवे जवान को धीरे चल की कमांड “सामने से…

4 स्टेप्स में तेज चल और थम की करवाई

जैसे की पिछले पोस्ट में बाते किये थे  आधे दाहिने और पीछे  मुड की ड्रिल की जानकारी ki   और उसमे देखने वाली बातो का , वैसे ही इस पोस्ट में बाते करेंगे तेज चल और थम  (Quick march and stop)और  इसके लिए कमांड देने का तरतीब (power of command) और इसमें देखने वाली बाते  परेड ड्रिल जो भी हम करते है उन सब का अपनी अपनी जरूरते है इसी प्रकार तेज चल और थम की भी अपनी जरुरत है और इसके बिना कोई परेड ड्रिल हो ही नहीं सकता है ! 1. जरुरत और तेज चाल में कदम की लम्बाई और रफ़्तार  (Tej chal me kadam ki…

आधा दाहिने मुड , आधा बाएं मुड की करवाई और उसमे देखने वाली बाते !

जैसे की पिछले पोस्ट में बाते किये थे दाहिने, बाये और पीछे मुड की ड्रिल और उसमे देखने वाली बातो का , वैसे ही इस पोस्ट में बाते करेंगे आधा दाहिने (Right incline)और आधा बाएं मुड(left incline) की ड्रिल और  इसके लिए कमांड देने का तरतीब (power of command) और इसमें देखने वाली बाते ! जरुरत (Need): जब खड़े खड़े स्क्वाड से सैलूट  का अभ्यास करवाना हो या इसके अलावा दाहिने/बाएं स्क्वाड बनान हो या दिशा बदल की करवाई करनी हो तो आधा दाहिने /बाएं मुड की करवाई की जाती है ! वर्ड ऑफ़ कमांड (Word of Command) हिंदी  गिनती…

सावधान पोजीशन से दाहिने, बाएं और पीछे मुड की करवाई

इस पोस्ट में   जिस परेड कमांड की जिन विषयों को कवर करेंगे ओ है खड़े खड़े दाहिने (Right Turn)और बाएं मुड़ना(Left Turn) , पीछे मुड (About turn) और इसमें देखने वाली बाते और इसकी जरुरत इतियादी ! ड्रिल प्रैक्टिस , परेड प्रैक्टिस में या कभी हम खड़े है और हमे अपने जगह को छोड़े बिना दिशा की बदली करनी है तो हम हम दाहिने , बाये या पीछे मुड की करवाई करते है ! ये करवाई दो भागो में पूरा होती है !दाहिने , बाये और  पीछ मुड ! दाहिने और बयेमुद की करवाई या प्लाटून के साथ कर…

फूट ड्रिल – विश्राम और आराम से इसमें देखने वाली बाते !

इस पोस्ट में हम बाते करेंगे फूट ड्रिल में विश्राम और आराम(Vishram aur Aaram se) से कैसे  होते है ,कब होते है और विश्राम एवं आराम की पोजीशन में देखने वाली बाते !अगर ब्लॉग पसंद आये तो सब्सक्राइब जरुर करे !  विश्राम और आराम से की  पोजीशन ड्रिल की एक भाग खत्म होने या सीनियर के साथ बात ख़त्म कर लेते है  तब या  खड़े खड़े लेक्चर देने के समय अख्तियार किया जाता है  ! विश्राम की पोजीशन  में देखने वाली बाते : Vishram aur Aaram se ke positon me dekhnewali bate दोनों एडियो के बिच 12 इंच का फासला…

VIP गार्ड ऑफ़ ऑनर के नफरी और बनावट

 किसी अवसर विशेष  जब कोई अतिविशिष्ट आदमी (VIP) आता है तो उनके लिए आर्म्ड फ़ोर्स पर्सनेल  गार्ड ऑफ़ ऑनर है और उस अवसर पे ज्यादातर क्या येही सवाल होता है की गार्ड ऑफ़ हॉनर की नफरी कितन की होगी और गार्ड ऑफ़ ऑनर का तरतीब क्या होगा ! ऐसे तो गार्ड ऑफ़ ऑनर का नफरी तो VIP के ओहदे पे निर्भर करता है और उसे साफ साफ Drill Manual में लिखा हुवा कई की गार्ड ऑफ़ हॉनर का नफरी कितनी होगी और गार्ड ऑफ़ ऑनर देने का तरतीब कैसा हो ! बैंड गार्ड ऑफ़ ऑनर के साथ बैंड भी होता है . बैंड गार्ड…

ड्रिल का इतिहास और सावधान पोजीशन में देखनेवाली बाते

“Experience teaches only the teachable” सिविलियन और वर्दीधारी के बिच फर्क जो देखने को मिलता है ओ है उसका मुख्य कारन होता है  परेड ड्रिल ! क्यों की परेड ड्रिल एक ऐसा विषय है जो एक वर्दीधारी को सिखाया जाता है लेकिंन सिविलिन को नहीं ! परेड ड्रिल में एक वर्दीधारी केवल लेफ्ट राईट यानि परेड करना ही नहीं सिखाया जाता है वल्कि उसको कैसे कैसे यूनिफार्म पहना चाहिए, कैसे चलना, बात करना , कैसे वरिष्ठ अधिकारी से बात करते है या आदेश लेते है और कैसे अपने से जूनियर को आदेश देते है या बात करते है इत्यादि सिखलाया…

ड्रिल में अच्छी पॉवर ऑफ़ कमांड कैसे दे सकते है

ऐसे हमे ट्रेनिंग के दौरान बताया जाता था की “ड्रिल डीसीप्लिन का बुनियाद है “ और हमने अपने सर्विस के दौरान ये बात महसूस भी किया और देखा जिस जवान या सिपाही का ड्रिल आच्छा है उसका अनुसाशन भी उम्दा दर्जे का है! जिस यूनिट के जवानो का ड्रिल अच्छा है उनका ड्रेस पहने का और चलने का सब सलीका भी एक अनुशाषित वे में रहता है ! तो अगर ड्रिल की अनुशाशन में इतना अहमियत है तो ड्रिल को हम उम्दा तारीके से कैसे इम्पार्ट कर सके इस पे भी हम ध्यान देना चाहिए. ऐसे तो ड्रिल की जितनी…

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